सिर्फ छह महीने में दम तोड़ती 13 लाख की सीसी सड़क: जिम्मेदारों पर उठे सवाल..

कोरिया जिले के सोनहत विकासखंड के बीहड़ वनांचल क्षेत्र ग्राम पंचायत आनंदपुर के धनपुर स्कूल पहुँच मार्ग पर डिस्टिक मिनरल फाउंडेशन (डीएमएफ) मद से लगभग 13 लाख रुपये की लागत से बनी सीसी सड़क महज छह महीने में ही जर्जर हो चुकी है। लगभग 300 मीटर लंबी इस सड़क की हालत देखकर स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
स्कूल पहुँच मार्ग पर बनी यह सड़क बच्चों और ग्रामीणों की सुविधा के लिए बनाई गई थी, मगर आज इस सड़क पर जगह-जगह दरारें पड़ चुकी हैं। साइड से गिट्टियाँ उखड़ रही हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि निर्माण कार्य के दौरान गुणवत्ता के मानकों की अनदेखी की गई और केवल औपचारिकता पूरी कर दी गई।
निर्माण में मानकों की अनदेखी
ग्राम पंचायत आनंदपुर की देखरेख में कराए गए इस निर्माण कार्य की हालत देखकर ग्रामीणों का कहना है कि इतना बड़ा बजट खर्च होने के बावजूद सड़क निर्माण में गुणवत्ता का कोई ख्याल नहीं रखा गया। सड़क की मौजूदा स्थिति इस बात की गवाही दे रही है कि संबंधित जिम्मेदारों ने निर्माण के समय मानकों को ताक पर रखकर कार्य कराया।
निरीक्षण की कमी बनी बड़ी वजह
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि निर्माण कार्य के दौरान उप अभियंता का निरीक्षण लगभग नाम मात्र ही हुआ। जानकारी के अनुसार उप अभियंता का निवास स्थान खंड मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर बैकुंठपुर में है और निर्माण स्थल से दूरी आना औऱ जाना करीब 160 किलोमीटर बैठती है। ऐसे में समय-समय पर निर्माण स्थल का निरीक्षण नहीं हो सका, जिसका नतीजा आज सड़क की जर्जर स्थिति के रूप में सामने है।
ग्रामीणों की नाराजगी और मांग
ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल के बच्चों की सुविधा के लिए बनाई गई यह सड़क बनते ही दम तोड़ने लगी है। इससे न सिर्फ बच्चों की सुरक्षा पर सवाल उठते हैं, बल्कि सरकार की विकास योजनाओं पर भी। ग्रामीणों ने उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो और जनता की मेहनत की कमाई से खर्च की गई सरकारी राशि का दुरुपयोग न हो।