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सासर पिट का पेट खाली,भीषण गर्मी में कैसे बुझेगी जानवरो की प्यास,विभागीय पानी टैंकर निर्माण कार्यो में व्यस्त..

गुरु घासी दास राष्ट्रीय उद्यान बैकुंठपुर में नमूनों की भरमार कहने के लिए तो पढ़े लिखे संबंधित है लेकिन जब निर्माण कार्यो की बात आए तो सब मुखारथ लीला रचने में भीड़ जाते है। निर्माण कार्यो से अनभिज्ञ रहते है डीएफओ, दुर्लभ प्रजातियों में प्रभारी रेंजर दर्शन हो जाये तो अहो भाग्य , बिट गार्ड की तो बात ही निराली सामने गलती देख कर भी बकते है आए बाए निर्माण कार्यो में सब हो गए है झाये झाए।

गुरु घासी दास राष्ट्रीय उद्यान और अस्तित्व में आया गुरु घासी दास तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व क्षेत्र इन दिनों निर्माण कार्यो को लेकर काफी चर्चित है दर्जन भर से ज्यादा जानवरो के पीने योग्य पानी ठहराव व्यवस्था के लिए स्टाप डेम,एनीकट का निर्माण लाखो सब जोड़कर करोड़ो में तेजी से दौड़ रहा है। निर्माण एजेंसी के संबंधितों के मुह में भी भारी भरकम राशि देख कर लार टपकने लगा है और मुह में वापस लेने के लिए हांथ से सफाई जारी है।

ताजा मामला

रजवेवरा बिट में स्टाप डेम का निर्माण कार्य चल रहा रहा है। निर्माण कार्य को देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि घोर लापरवाही के बीच निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। पक्के ढलाई में जिम्मेदारों के कथन विपरीत एक एक थ्रेसर की गिट्टी गिनी जा सकती है। जबकि जिम्मेदारों का कथन है कि बाकायदा वाइब्रेटर मशीन चल रहा आपको नही दिख रहा मैं फोटो भेजता हु देख लीजिए । हमने कहा सर रिजेल्ट भी तो दिखना चाहिए तब इंजीनियर ने कहा आप जो क्लिक किये है भेजिए मैं देखता हूं । लेकिन अभी तक साहब का कोई रिस्पॉन्स नही आया है । खबर लिखे जाने तक एक घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका था।

कलयुगी हरिसचंद बिड गार्ड बालेस कुमार तिवारी

जब हमारी टीम गुरु घासी दास तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व क्षेत्र के ग्राउंड जीरो पर स्टाप डेम निर्माण का जायजा के रही थी तभी मौके पर पहुचे बालेस कुमार तिवारी परिसर रक्षक रजवेवरा बिट हमने देखा कि पहुचते ही उन्होंने निर्माण कार्यो में गजब की सक्रियता दिखाते हुए लेबर मिस्त्री को निर्माण कार्यो के संबंध में पॉइंट को समझाते हुए दिखे बाद में हमे भी समझाते हुए अपने को पाक साफ बताया तथाकथिक तौर पर कहा मेरे काम से रेंजर साहब भी परेशान है । जहाँ सबके निर्माण कार्यो में 600 बोरी सीमेंट में काम हो जाता है । मेरे अंडर इस निर्माण कार्य मे अभी तक 1300 से ज्यादा सीमेंट बोरी खप चुकी है। अपने ही बातों में ये जनाब अंदर की पोल खोल दिये 15 लाख की लागत वाली स्टाप डेम में 600 बोरी खप रही इनके में 1300 लग चुकी औऱ निर्माण कार्य प्रगति पर है। मतलब वेंडर के साँथ संबंधितों का अच्छा ताल मेल है।

वाह तिवारी जी वाह

बालेस तिवारी जी ने निर्माण कार्य को लेकर गजब की प्रतिक्रिया दी कहा कि स्टीमेट के अनुसार निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। जब हमने पूछा कई सीमेंट से भरी बोरी खराब हो गई है। तो वन अंग रक्षक ने कहा कि सीमेंट गोदाम में खत्म हो गई थी टेक्टर वाले गिरा गए है। उपयोग में लाई गई सीमेंट और खराब सीमेंट एक ही कंपनी के है। और निर्माण कार्य मे तिवारी जी 1300 बोरी खपा चुके है 6 बर्बाद है जो मौके पर मौजूद भी है। हमने नाबालिक मजदूर के बारे में कहा तो तिवारी जी ने तड़ाक से कहा कि मैंने सबका आधार कार्ड चेक किया हुआ है कोई भी नाबालिक नही है । साँथ ही सख्त हिदायत दी है कि नाबालिक को काम मे न लाया जाए अब ये सीमेंट की खराब बोरी मौके पर क्यो है ये तो कलयुगी हरीश चंद बालेस तिवारी ही जाने।

कटाक्ष में महारथ हासिल तिवारी जी

निर्माण कार्यो में काफी सक्रियता दिखा रहे बालेस तिवारी जी से हमने कहा कि कुछ दूर पर कटोरे जैसा सीमेंट से पक्का निर्माण हुआ है वह क्या है। तिवारी जी ने बताया जानवरो के पीने के लिए पेयजल व्यवस्था है। 3 नग बना है आस पास हमने कहा उसमें पानी कहा है तिवारी जी ने कहा दो में नही है एक मे गंदा हो गया है। मन मे हमने सोचा थोड़ा चिंता इसकी भी कर लेते भीषण गर्मी में जानवरों को शुद्ध पेयजल भी मिल जाता पानी ससर पिट में क्यो नही है वो हमने देखा विभागीय पानी टैंकर निर्माण कार्यो के लिए जल आपूर्ति में लगी है। इस लिए सासर पिट में पानी नही पहुच रहा जहाँ की हमने फोटो ली वह पर हांथी की लीद पड़ी थी पानी गंदा था क्या ऐसे में जंगली जानवर की प्यास बुझेगी निर्माण कार्यो में व्यस्त संबंधित जिम्मेदार अपने मूल्य कर्तव्यों के विपरीत दिशा में बंदरों की भांति छलांग लगा रहे है।

 

आगे क्या बोले निर्माण कार्य से सम्बंधित इंजिनियार जल्द 

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